लगता है उतरी नहीं खुमारी,
अगर अंतर की आवाज नहीं सुन पाता हूँ |
लगता है उतरी नहीं खुमारी,
अगर क्षुद्र आकर्षणों के पीछे खुद को पाता हूँ |
बीत रहा समय जो लिया है उधार,
क्या ये बात नहीं समझ पाता हूँ ?
अगर अंतर की आवाज नहीं सुन पाता हूँ |
लगता है उतरी नहीं खुमारी,
अगर क्षुद्र आकर्षणों के पीछे खुद को पाता हूँ |
बीत रहा समय जो लिया है उधार,
क्या ये बात नहीं समझ पाता हूँ ?