वर्तमान समय में विद्वान मनीषी गुरु के सानिध्य में योग दर्शन का सांगोपांग अध्ययन कर उसके सिद्धांतों को यथार्थतया अभिज्ञात करना अत्यंत कष्ट साध्य है |
प्रस्तुत पुस्तक योग के परिचय से लेकर सप्त ज्ञान भूमिकाओं यथा : ज्ञान योग, भक्तियोग, हठ योग आदि की विस्तृत जानकारी और अनुभूत प्रयोगों से परिचित कराती है |
प्रस्तुत पुस्तक योग के परिचय से लेकर सप्त ज्ञान भूमिकाओं यथा : ज्ञान योग, भक्तियोग, हठ योग आदि की विस्तृत जानकारी और अनुभूत प्रयोगों से परिचित कराती है |
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